छिन्दवाड़ा में दावेदारों को पार्टी के सामने पेश करना पड़ेगा रिपोर्ट कार्ड
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के नेतृत्व में ही अगला चुनाव
मुकुन्द सोनी छिन्दवाड़ा-छिन्दवाड़ा में आने वाले दिन जिला भाजपा के लिए कड़ी परीक्षा के हो सकते हैं चुनाव की तैयारी में जुटे दावेदारो को पार्टी मानक पर खरा उतरने अब संगठन के सामने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करना पड़ सकता है कि छिन्दवाड़ा में भाजपा के सांसद हैं ना विधायक तो फिर भावी चुनाव के लिए उन्होंने जनता के बीच क्या काम किया है मध्यप्रदेश में अगला चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेश अध्य्क्ष विष्णु दत्त शर्मा के नेतृत्व में ही होगा केंद्रीय संगठन सहित संघ नेताओ ने गुजरात चुनाव के बाद मध्यप्रदेश में सत्ता -संगठन में परिवर्तन के कयासों पर विराम लगा दिया है मध्यप्रदेश में अब ना भाजपा का संगठन बदल रहा है ना ही मंत्रिमंडल और ना ही मुख्यमंत्री .. गुजरात पैटर्न में 80 से ज्यादा विधायको को दुबारा चुनाव मैदान में ना उतारकर पार्टी ने नए चेहरों के साथ बड़ी सफलता पाई है किंतु मध्यप्रदेश के हालातों में पार्टी यह प्रयोग उन विधानसभा क्षेत्रों में कर सकती है जहाँ पिछले आम चुनाव में वह सफल नही हो पाई थी
चयन के लिए होगी उठा -पटक
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औऱ प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के नेतृत्व में ही अगला विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा यह तय हो गया है इंदौर में इनवेस्टर समिट और प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद पार्टी सत्ता और संगठन सहित सीधे चुनाव की तैयारी में जुटेगी मध्यप्रदेश में चुनावी तैयारियां इसी माह से जोर पकड़ेगी दोनों नेता प्रदेश में पार्टी के मौजूदा मंत्रियों और विधायको की रिपोर्ट पर तो मंथन कर चुके हैं अब बारी ऐसे विधान सभा क्षेत्रो की है जहाँ पार्टी को पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था इसमे छिन्दवाड़ा जिला पार्टी की निगाहों में है जिले में भाजपा के कार्यकर्ताओं को तो हर कार्यक्रम में शपथ दिलाई गई है कि छिन्दवाड़ा में सांसद सहित सातो विधानसभा सीट जीतना है पर उन नेताओं का क्या जिन्हें चुनाव मैदान में उतरना है पार्टी अब दावेदारों को भी अपने मानकों पर परखने की तैयारी में है छिन्दवाड़ा क्या प्रदेश सीधे केंद्रिय संगठन के टारगेट पर भी है जिसकी कवायदो को छिन्दवाड़ा में केंद्रीय मंत्री औऱ पार्टी के राष्ट्रीय नेताओ के पिछले दिनों हो चुके दौरे से समझा जा सकता है अब तक छिन्दवाड़ा आए नेताओ की रिपोर्ट यही है कि छिन्दवाड़ा भी जीता जा सकता है बशर्त है कि प्रत्याशी चयन पर विशेष ध्यान दिया जाए
छिन्दवाड़ा पर कांग्रेस नही भाजपा मुक्त का दाग
प्रत्याशी चयन को लेकर छिन्दवाड़ा में वो दिन तो अब लद चुके हैं कि कोई तैयार नही तो जो हैं उन्ही पर दांव लगा दो ऐसे में तो कांग्रेस मुक्त का नारा देने वाली पार्टी पर छिन्दवाड़ा में भाजपा मुक्त का दाग लगा हुआ है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छिन्दवाड़ा के हालातों से भली-भांति परिचित हैं वे जब भी छिन्दवाड़ा आते हैं पूरी भाजपा एक नजर आती है लेकिन अब यह एकता बरकरार कैसे रहे इस पर पार्टी अपने तय एजेंडे में केवल और केवल जीतने वाले को ही टिकट पर काम करेगी जिसको लेकर छिन्दवाड़ा के सातों विधानसभा क्षेत्रों में टिकट के दावेदारों से वन टू वन हो सकता है यह वन टू वन किसी और के सामने नही बल्कि भाजपा के दोनों दिग्गजों के सामने ही होगा इसके लिए ही पार्टी ने टोह लेने पहले अपने एक पूर्व वरिष्ठ मंत्री को छिन्दवाड़ा भेजा हुआ है जो पहले लंबे समय तक जिले के प्रभारी मंत्री रहे हैं वे आम जन और पार्टी कार्यकर्ताओं का भी रुख भांप रहे हैं
बदलाव नहीं सीधे चुनाव की तैयारी
केंद्रीय संगठन के बड़े फैसले ने मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विरोधियों को एक बार फिर जमीन पर ला दिया है वही छिन्दवाड़ा में भी गुटबाजी के चलते हवा थी कि पार्टी जिला अध्यक्ष बदल सकती है किंतु अब माना जा रहा है कि चुनावी वर्ष में संगठन में नेतृत्व परिवर्तन नही बल्कि पार्टी की तय नीति पर सीधे चुनाव की तैयारी होगी रिपोर्ट तो हर जिले की राजधानी भोपाल और दिल्ली तक पहुँचती है किंतु छिन्दवाड़ा इस मायने में खास हो जाता है कि छिन्दवाड़ा भाजपा के लिए प्रदेश में चुनोती बनकर खड़े और कांग्रेस से सी एम के घोषित चेहरे कमलनाथ का गृह जिला है तब पार्टी को छिन्दवाड़ा में कही ज्यादा ताकत लगानी होगी बात केवल छिन्दवाड़ा की हो तो यहां 6 माह पहले हुए पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में हुए हालात के बाद से ज्यादा कोई बदलाव नजर नही आता है बहरहाल अब तो उन नेताओं की भी परीक्षा की घड़ी आ रही है जो मैदान में उतरने के लिए अपने आपको तैयार कर रहे हैं पार्टी अब छिन्दवाड़ा के लिए अपनी विशेष रणनीति पर काम कर रही है यहाँ प्रत्याशी चयन से पहले दावेदार पार्टी मानक पर फिट है या नही इसकी उठापटक होगी जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों छिन्दवाड़ा , चौरई , सौसर , पांढुर्ना अमरवाड़ा , परासिया , जुन्नारदेव छिन्दवाड़ा से लेकर भोपाल तक एक बार फिर मंथन का दौर शुरू होने को हैं