माचागोरा बांध परियोजना क्षेत्र का कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने किया निरीक्षण, मशीनरी और मेन पावर बढ़ाकर बरसात के पहले कार्य पूरा करने के दिए आदेश
मॉइक्रो इरिगेशन सहित सामूहिक जल आवर्धन योजना का चल रहा कार्य
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♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
छिन्दवाड़ा जिले के विकास के अब तक के सबसे बड़े प्रोजेक्ट पेंच व्यपवर्तन परियोजना का सोमवार को कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने निरीक्षण किया। इस परियोजना में करीब चार हजार करोड़ की लागत से चौरई के माचागोरा में पेंच नदी पर जिले का सबसे बड़ा बांध बनाया गया है। इसके साथ ही करीब चार सौ करोड़ की मॉइक्रो इरिगेशन और आठ सौ करोड़ लागत की 711 गांवो के लिए जल जीवन मिशन में बनाई गई सामूहिक जल आवर्धन योजना का कार्य चल रहा है। मॉइक्रो इरिगेशन में 119 ऐसे गांवो में सिंचाई के लिए किसानों के खेतों तक पाइप लाइन के जरिए पानी भेजा जाएगा जहाँ माचागोरा बांध की नहरें नही पहुंच सकती है। प्रदेश की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान की यह छिन्दवाड़ा जिले को सबसे बड़ी दी गई सौगात है।
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने यहां पहुंचकर पेंच माईक्रो काम्पलेक्स-02 सहित अन्य कार्यो का निरीक्षण किया। इस काम्प्लेक्स के बनने से 19 हकर 600 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई सुविधा बढ़ेगी। उन्होंने परियोजना में ग्राम देवर्धा में बन रहे पम्प हाउस सहित कमांड क्षेत्र में डाली जा रही पाइप लाइन का निरीक्षण किया। समय पर कार्य पूरा करने के लिए उन्होंने निर्माण एजेंसी को मशीनरी, मेन पावर बढ़ाने के निर्देश दिये।
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने परियोजना में वन भूमि का निराकरण करने, सिहोरा से माचागोरा के बीच बन रही 8 किलोमीटर सड़क निर्माण में पुलिया और डामरीकरण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने जल संसाधान विभाग के कार्यपालन यंत्री सहित निर्माण एजेन्सी के ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण और समय सीमा में कार्य पूरा करने कहा है।
उन्होंने पेंच माईक्रो-1 परियोजना के ग्राम मोआर बाम्हनवाडा के समीप बन रहे पम्प हाउस-3 का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने अधिकारियों को भू-अर्जन प्रकरणों में कृषकों को मुआवजा का भुगतान तीन दिन में देने के आदेश दिए हैं। उन्होंने माचागोरा बांध क्षेत्र का भी दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ सी.ई.ओ. जिला पंचायत पार्थ जैसवाल, एस.डी.एम. चौरई प्रभात मिश्रा, कार्यपालन यंत्री रमेश सिंह तेकाम, संत कुमार सिरसाम, एस.डी.ओ. विश्व प्रकाश चौधरी और मैदानी अधिकारी मौजूद थे।