भारत मे शोक : देश के पूर्व प्रधानमंत्री अर्थशास्त्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन, दिल्ली के एम्स में ली अंतिम सांस
लगातार दस साल तक रहे देश के प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री और आर बी आई के गवर्नर भी रहे

♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार की रात करीब 9. 51 बजे दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। अचानक बेहोश हो जाने के बाद उन्हें एम्स के जाया गया था। जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर केंद्र सरकार ने देश मे सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस – भाजपा नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने कैबिनेट की विशेष बैठक बुलाई है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली एम्स से उनके जनपथ स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। अपने जीवन काल मे मनमोहन सिंह कालेज के प्रोफेसर से आर बी आई के गवर्नर बने।इसके बाद देश के वित्त मंत्री और फिर लगातार दस वर्षों तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें लगातार पांच बार राज्यसभा के सदस्य चुना गया था।
उनके दस साल के कार्यकाल में देश मे नई आर्थिक क्रांति आई। उन्होंने देश मे आर्थिक सुधारों को तेजी से लागू किया था। रोजगार गारंटी, सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, भोजन का अधिकार , वन अधिकार, परमाणु परीक्षण के साथ ही अनेक योजना और अधिकार लागू करने वाले वे देश के पहले प्रधानमंत्री थे। जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद उन्हें देश का तीसरा सबसे पॉवरफुल प्रधानमंत्री माना जाता था जबकि वे केवल नीतिगत विषयो पर ही बात करते थे।
हॉस्पिटल बुलेटिन के अनुसार उन्हें इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था। जहां रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। वे लंबे समय से बीमार थे। वे 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। मई 2014 तक इस पद पर दो टर्म रहे। वे देश के पहले सिख और चौथे सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे। डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। डॉ मनमोहन सिंह की तीन बेटियां हैं। देश उनके योगदान को याद कर रहा है। उन्होंने स्वयं भी यह कहा था कि देश का इतिहास मेरे साथ न्याय करेगा। कर्ज में डूबे देश को उन्होंने अपने आर्थिक सुधारों से संकट काल मे उबारा। उनकी आर्थिक नीति ही है कि भारत ने आर्थिक तरक्की में ही सबसे ज्यादा नाम कमाया है।
उनके निधन की खबर के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक के बेलगावी से दिल्ली रवाना हो गए हैं। वे देर रात दिल्ली पहुंचेंगे। मनमोहन सिंह के निधन पर राहुलगांधी V ने लिखा- मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया है। इस बीच, कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी गई है।