छिन्दवाड़ा लोकसभा : भाजपा के विवेक बंटी साहू की ऐतिहासिक जीत, कांग्रेस के नकुलनाथ को 1 लाख 13 हजार 618 वोट से हराया
सातों विधानसभा सीट से जीती भाजपा , कांग्रेस को किसी भी सीट और राउंड में नही मिला बढ़त का मौका

चुनाव परिणाम छिन्दवाड़ा लोकसभा क्षेत्र
विधानसभा नकुलनाथ -विवेक बंटी साहू -अंतर
जुन्नारदेव – 68811 – 91453 – 22642
अमरवाड़ा 78473 – 93512 – 15039
चौरई 77315 – 86998 – 9683
सौसर 77116 – 83905 ,- 6789
छिन्दवाड़ा 95890 – 108978 – 13088
परासिया 67594 – 90896 – 23502
पांढुर्ना 64732 – 87747 – 23015
पोस्टल 1189 – 1249 – 60
महायोग 531120 – 644738 – 113618
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
मध्यप्रदेश में भाजपा 29 में से 29 सीट जीती है। इनमे सबसे बड़ी जीत छिन्दवाड़ा लोकसभा की मानी जा रही है। यहां 1952 से 2024 के 17 लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार 18 वी लोकसभा के चुनाव में भाजपा को जीत मिली हैं। कांग्रेस से लगातार 9 बार सांसद और केंद्र में मंत्री रह चुके कमलनाथ और पिछले चुनाव में सांसद बने उनके पुत्र नकुलनाथ को ऐसी करारी शिकस्त मिली है कि जिसकी उन्हें उम्मीद भी ना थी। मिथक था कि छिन्दवाड़ा कांग्रेस का गढ़ है। कोई स्थानीय नेता कभी सांसद बन ही नही सकता है। सारे मिथक तोड़कर विवेक बंटी साहू छिन्दवाड़ा के पहले ऐसे स्थानीय नेता हैं जिन्हें छिन्दवाड़ा की जनता ने भारी बहुमत के साथ सांसद चुना है। अब तक छिन्दवाड़ा का एक भी स्थानीय नेता सांसद नही बना था। यह सौभाग्य विवेक बंटी साहू को मिला है। वे अब छिन्दवाड़ा के नए दिग्गज है। परिणाम से भाजपा गद – गद है।
भाजपा के विवेक बंटी साहू ने कांग्रेस के नकुलनाथ को 1 लाख 13 हजार 618 वोट से पराजित किया है। जीत इतनी तगड़ी है कि भाजपा को छिन्दवाड़ा लोकसभा के सातों विधानसभा क्षेत्र छिन्दवाड़ा, सौसर ,,पांढुर्ना, जुन्नारदेव, परासिया, चौरई और अमरवाड़ा से जीत मिली हैं। इनमे सबसे ज्यादा लीड परासिया से 23 हजार 502, पांढुर्ना से 23 हजार 15 ,जुन्नारदेव से 22 हजार 642 की बड़ी लीड मिली हैं। इसके साथ ही अमरवाड़ा से 15 हजार 39 , छिन्दवाड़ा से 13 हजार 88 ,चौरई से 9 हजार 683 और सौसर से 6 हजार 789 वोट की लीड हैं। मतगणना में एक भी राउंड ऐसा नही आया कि नकुलनाथ को कही से बढ़त मिलती। लग रहा था कि जनता ने नाथ परिवार के लिए सारे दरवाजे बंद कर उन्हे वापस दिल्ली भेज दिया है। जहाँ से वे हर एक दो महीने में मजबूरी में छिन्दवाड़ा आते थे। अब तो सांसद ही छिन्दवाड़ा का है। छिन्दवाड़ा में ही रहेगा और परासिया मार्ग के अपने कार्यालय और निवास में मिलेगा। उनका फोन नम्बर भी सर्वसुलभ है।
मतगणना में विधानसभा क्षेत्रों के तय राउंड में पहले राउंड से लेकर आखिरी राउंड तक केवल और केवल भाजपा के विवेक बंटी साहू की ही बढ़त कायम रही है। यह पहला मौका है जब भाजपा मतगणना स्थल पी जी कालेज से निराश नही लौटी वरना इसी स्थल से भाजपा के कार्यकर्ताओं को महापौर और विधानसभा चुनाव में निराश होकर लौटना पड़ा था। भाजपा लोकसभा चुनाव की जीत के साथ अपने सारे गम भूल चुकी है। अब छिन्दवाड़ा में विवेक बंटी साहू भाजपा के सांसद हैं।
कमलनाथ हो या नकुलनाथ छिन्दवाड़ा से सांसद बनने के बाद यह कहते नही थकते थे कि छिन्दवाड़ा से उनका पारिवारिक रिश्ता है लेकिन लोगो का मानना है कि उनका यह वोट तो कमलनाथ के परिवारवाद के खिलाफ ही था। एक समय था जब उन्होंने हवाला कांड के आरोप के चलते टिकट ना मिलने पर अपनी पत्नी अलकनाथ को सांसद बनवाया था। इसके बाद जब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तब सांसद के लिए छिन्दवाड़ा के स्थानीय नेताओं को दरकिनार कर अपने पुत्र नकुलनाथ को सांसद बनवाया और सांसद बनकर नकुलनाथ ने भी ऐसे नेताओं को दरकिनार किया था जिनसे उन्हें खतरा था। ये नेता अब भाजपा में आकर सफलता पर खुश हैं। छिन्दवाड़ा में भाजपा ने उनके परिवारवाद को मुद्दा बनाया था। भाजपा की जीत ने कमलनाथ और नकुलनाथ की राजनीति पर ही ग्रहण लगा दिया है। यहां नए सांसद भाजपा के विवेक बंटी साहू के साथ अब नई राजनीति का सूत्रपात होने जा रहा है।