Chhindwara Politics – कमलनाथ के सबसे करीबी पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने छोड़ी कांग्रेस, थामेंगे भाजपा का दामन
लोकसभा चुनाव से पहले छिन्दवाड़ा कांग्रेस में मचा पलायन
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश-
रोहना ग्राम पंचायत के सरपंच से केबिनेट मंत्री तक का सफर करने वाले छिन्दवाड़ा कांग्रेस के दिग्गज दीपक सक्सेना ने कांग्रेस से त्याग पत्र दे दिया है। संभवत आज शाम को भोपाल में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा की मौजूदगी में वे भाजपा का दामन थाम सकते हैं। दीपक सक्सेना पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सबसे करीबी है। छिन्दवाड़ा में कमलनाथ के बाद उन्हें दूसरे नंबर पर गिना जाता रहा है। उनकी करीबी को इसी बात से समझा जा सकता है कि जब कमलनाथ विधायक का चुनाव लड़े बिना मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे तब उनके विधायक चुने जाने के लिए दीपक सक्सेना ने छिन्दवाड़ा के विधायक पद से इस्तीफा देकर सीट खाली की थी।
पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना छिन्दवाड़ा से चार बार विधायक और दिग्विजय मंत्री मण्डल में मंन्त्री रहे हैं।एक महीने पहले ही जब कमलनाथ का दिल्ली एपिसोड हुआ था तब सारे कुहासों के बीच इस मामले का मीडिया में खुलासा करने वाले एक मात्र नेता दीपक सक्सेना ही थे। जिन्होंने ने कहा था कि कांग्रेस में कमलनाथ का अपमान हो रहा है। तीन राज्यो में चुनाव हारने के बाद केवल मध्यप्रदेश में कमलनाथ को टारगेट किया जा रहा है। मैं भी उनके साथ भाजपा ज्वाइन करूंगा।लेकिन असल बात यह है कि कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते जिन निजी कर्मियों को ओ एस डी बनाया था। उन्ही कर्मियों से वे अपमानित थे।
अब कमलनाथ की तो भाजपा ज्वाइनिंग नही हो पाई लेकिन लोकसभा चुनाव के बीच दीपक सक्सेना स्वयं भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने अपना इस्तीफा कमलनाथ सहित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेज दिया है। खबर है कि वे आज शाम को ही भोपाल में भाजपा की सदस्यता लेंगे। उनके पुत्र अजय सक्सेना भी भाजपा में शामिल होने नगर निगम के कुछ सभापति और पार्षदो के साथ भोपाल पहुंचे हैं। छिन्दवाड़ा से इसके पूर्व कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रेम नारायण ठाकुर, अजय चौरे , गंभीर सिंह चौधरी भाजपा में है। अब छिन्दवाड़ा के दिग्गज दीपक सक्सेना भाजपा का दामन थामेंगे।