राजनीति – भोपाल की दीवारों पर चिपके कमलनाथ और शिवराज के खिलाफ पोस्टर
विधानसभा चुनाव से पहले पोस्टरों में घपले- घोटाले किए जा रहे उजागर
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-Political Poster War in Bhopal Capital Madhy Pardesh-
♦भोपाल मध्यप्रदेश-
विधानसभा चुनाव की बढ़ती सरगर्मी के बीच राजधानी भोपाल में अब पोस्टर व्हर शुरू हो गया है।राजधानी के कुछ स्थानों पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर दीवारों पर नजर आए तो शाम होते – होते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भी पोस्टर चिपक गए। सी सी टी वी कैमरों से लैस राजधानी में किसने ये पोस्टर चिपकाए इसकी खोजबीन पुलिस कर रही है किंतु इस पोस्टर वार ने राजधानी का माहौल गर्म कर दिया है।इस पोस्टर वार से यह भी नजर आ रहा है कि चुनाव में जो बात मंचो पर नही होगी वह आरोप – प्रत्यारोप की खतरनाक राजनीति में पोस्टरों में नजर आ सकती है।
भोपाल में शुक्रवार पोस्टवार बनकर सामने आया पहले सुबह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पोस्टर लगे और फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के किसने यह ‘पोस्टर-फ्राइडे’ मनाया और क्यों यह भले ही जांच का विषय हो लेकिन इस बहाने घपले – घोटालों के आरोपो ने किसी को भी ‘फ्राई’ करने में कोई कसर नहीं छोड़ीहै। कांग्रेस दोपहर तक इन पोस्टरों को बीजेपी की कारस्तानी बता रही थी वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पोस्टर लगने के बाद मामले ने कुछ और ही रूख ले लिया जिसे पोस्टर बम का भी नाम दिया गया है।
शुक्रवार को सुबह भोपाल में पी सी सी चीफ कमलनाथ वॉन्टेड के पोस्टर्स मनीषा मार्केट, शाहपुरा और शैतान सिंह चौराहे पर लगे थे। पोस्टर में लिखा था कि ‘ 25000 करोड़ का किसान कर्जमाफी घोटाला, 350 करोड़ का CD घोटाला, 1963 करोड़ का मोबाइल घोटाला, 1178 करोड़ का गेहूं बोनस घोटाला, 600 करोड़ का खाद घोटाला किसने किया।’ 15 महीने के कांग्रेस शासनकाल में कमलनाथ पर घोटालों का आरोप लगाते हुए क्यूआर कोड दिए गए हैं।
जब कांग्रेसियों ने कमलनाथ के पोस्टर देखे तो आपत्ति जताते हुए पुलिस रिपोर्ट की पी सी सी चीफ कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उन्हें कोई अपमानित नहीं कर सकता है पोस्टरों का ठीकरा उन्होंने बीजेपी के सिर फोड़ दिया।
इसके बाद राजधानी में मुख्यमंत्री शिबराज सिंह चौहान के खिलाफ भी पोस्टर चस्पा हो गए हैं तो मामले का रुख पलट यदि बीजेपी कहती है कि पोस्टर कांग्रेस ने लगाए हैं तो कांग्रेस भी कमलनाथ के पोस्टरों को लेकर बी जे पी पर हावी हो जाती।
कहीं न कहीं आरोप हल्के पड़ते नजर आएंगे। वहीं कांग्रेस के आरोप भी एक तरह से खुद ही विलोपित हो गए लग रहे हैं क्योंकि दो मुख्य दलों के मुखिया के खिलाफ एक साथ भ्रष्ट भोपाल में जहां चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी की निगरानी है, आखिर कौन मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ कौन इतने खुलेआम पोस्टर चिपका गया है।
राजधानी में 5 नंबर स्टॉप के पास सीएम शिवराज के लगाए गए पोस्टर्स में ‘शिवराज नहीं घोटाला राज’ ‘शिवराज के 18 साल..घपले और घोटालों की भरमार’ जैसे टाइटल के साथ डंपर घोटाला, व्यापम महा घोटाला, पोषण आहार घोटाला, ईटेंडरिंग घोटाला, कारम डैम घोटाला, यूरिया घोटाला, पोषण आहार घोटाला और कन्यादान घोटालों का उल्लेख है।