छोटा भाई हज यात्रा पर था और कलयुगी बड़े भाई ने कर लिया मकान पर कब्जा, मामला छिन्दवाड़ा के रॉयल चौक का
पीड़ित परिवार ने कोतवाली में लगाई गुहार, सरकारी स्कूल में शिक्षक है बड़ा भाई
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
छिन्दवाड़ा शहर के रॉयल चौक में एक मुस्लिम परिवार के बीच अनोखा मामला सामने आया है। परिवार का छोटा भाई अपनी पत्नी के साथ हज यात्रा पर गया था तब कलयुगी बड़े भाई ने उसके मकान पर कब्जा कर लिया। हज यात्रा की दो माह की अवधि के दौरान अवैध रूप से निर्माण करा कर उसने मकान का नक्शा ही बदल दिया है। जब छोटा भाई हज यात्रा से लौटा तो उसे घर मे घुसने तक नही दिया गया। बड़ा भाई सरकारी स्कूल में शिक्षक है जिसकी हरकतों ने ना केवल शिक्षक बल्कि समाज भी कलंकित है।मामले की रिपोर्ट थाना कोतवाली में की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़ित आसिफ अंसारी ने बताया कि मकान की जमीन उसने अपने अम्मी के नाम से खरीदी थी। इसके बाद मकान भी बनवाया था परिवार के नाते बड़ा भाई भी मकान में रह रहा था जबकि उसका जमीन खरीदने और मकान बनाने में कोई योगदान नही है। मेरे पिता शिक्षक थे जिनके इंतकाल के बाद बड़े भाई आरिफ अंसारी को सरकारी शिक्षक की नॉकरी मिली हैं। शिक्षक के वेतन से उसने केवल अपने बीवी – बच्चों का पालन किया है। भाइयों की कभी कोई मदद नही की है। जबकि उसने अपने ससुराल में लाखों की संपत्ति बना रखी है। मेरी अम्मी ने इंतकाल से पहले मकान की वसीयत मेरे नाम कर दी थी।इसके बावजूद मैंने अपने बड़े भाई को कभी कुछ कहा नही है। मेरा बड़ा भाई और उसकी पत्नी आए दिन मकान का हिस्सा बटवारा को लेकर विवाद करते आए हैं। जिसकी रिपोर्ट भी मैं कोतवाली थाना में कर चुका हूं।
मैं एक रजिस्टर्ड मेडिकल प्रक्टिसनर हूँ। मेरा व्यवसाय घर से ही चलता है। बड़े भाई आरिफ अंसारी उसकी पत्नी और बेटी की बदनीयत से मेरा व्यवसाय और निवास दोनो छीना जा रहा है। हज यात्रा से लौटकर मैं अपने ससुराल में रह रहा हूं। मेरे दो मासूम बेटे हैं। मैंने कोतवाली थाना सहित तहसील में अवैध कब्जा और हाल ही में किया गया निर्माण तोड़ने की गुहार लगाई है।
आसिफ अंसारी ने बताया कि कोतवाली और तहसील के साथ ही हज कमेटी और अंजुमन कमेटी के सदर के समक्ष भी पूरा मामला रखा है। आसिफ ने जिला शिक्षा अधिकारी को भी आवेदन दिया है कि आरिफ अंसारी कुकड़ाजगत संकुल के ग्राम झंडा के स्कूल में सहायक शिक्षक है जो कभी समय पर स्कूल नही जाता है। उसका पूरा समय ऐसे ही षड्यंत्र में बीतता है।वह स्कूल केवल हाजरी लगाने जाता है।
सरकारी स्कूल के शिक्षक को लगभग लाख रुपया हर माह वेतन मिलता है जबकि मैं मेडिकल प्रक्टिस से थोड़ी बहुत कमाई कर किसी तरह अपना परिवार पालता रहा हूं। मेरे बड़े भाई को इतनी भी शर्म नही है वह अपनी बेटी के नाम से हैरसमेंट की झूठी रिपोर्ट लिखाकर मुझे और मेरे नाबालिग बेटों को फंसाने की धमकी देता है। आरिफ अंसारी ने मेरे मकान पर मेरे सुने में बलात कब्जा किया है। मैं इंसाफ की राह ताक रहा हूं। इसके लिए मैं बीवी बच्चों सहित कलेक्ट्रेट में धरने पर भी बैठूंगा। यदि मुझे और मेरे परिवार को इस दौरान कुछ भी हुआ तो इसके लिए मेरा बड़ा भाई आरिफ अंसारी और और छोटा भाई इरफान अंसारी सहित प्रशासन जवाबदार होगा।