छिन्दवाड़ा लोकसभा : कांग्रेस से दूसरी बार पर्चा भरेंगे सांसद नकुलनाथ, माँ अलकानाथ पिता कमलनाथ सहित मौजूद रहेंगे पार्टी के दिग्गज
चारफ़ाटक श्याम टाकीज से नामांकन रैली, बस स्टैंड मानसरोवर में जनसभा

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार भी आएंगे
♦छिन्दवाड़ा मध्यप्रदेश –
सांसद नकुलनाथ सोमवार को अपने पिता कमलनाथ और माता अलका नाथ के साथ सोमवार को छिन्दवाड़ा पहुंचे हैं। मंगलवार 26 मार्च को वे छिन्दवाड़ा संसदीय सीट से दूसरी बार पर्चा भरेंगे। उनकी माता अल्कानाथ वर्ष 1996 में छिन्दवाड़ा की सांसद थी और पिता कमलनाथ लगातार 9 बार सांसद रह चुके हैं।2019 के चुनाव में नकुलनाथ पहली बार सांसद चुने गए थे। अब 2024 चुनाव में दूसरी बार मैदान में है। उनकी नामांकन रैली में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे , प्रदेश उपाध्यक्ष गंगा प्रसाद तिवारी, सौसर ,,पांढुर्ना, जुन्नारदेव चौरई परासिया ,अमरवाड़ा विधायक सहित जिले भर के पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
नामांकन से पूर्व सांसद नकुलनाथ परिवार सहित सिमरिया हनुमान मंदिर सहित छोटा बाजार बड़ी माता मंदिर और श्री राम मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे नामांकन रैली मंगलवार 26 मार्च को सुबह 10 .30 बजे चारफ़ाटक श्याम टाकीज श्री राम मंदिर से निकाली जाएगी। रैली श्याम टॉकीज श्री राम मंदिर से प्रारंभ होकर चार फाटक, छोटा तालाब, पुराना पॉवर हाउस, छोटी बाजार, इतवारी, मेन रोड, गर्ल्स कॉलेज, फव्वारा चौक, इंदिरा तिराहा से 12 बजे अमित ठेंगे चौक पहुंचेगी। जहां पुराना बस स्टैण्ड मानसरोवर कॉम्प्लैक्स में जनसभा होगी। रैली में जिले के सभी विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
सांसद बनने के बाद नकुलनाथ छिन्दवाड़ा के लिए नए ड्रीम प्रोजेक्ट लाए थे। इनमे छिन्दवाड़ा में मेडिकल कालेज का एम्स की तरह विस्तार, छिन्दवाड़ा यूनिविर्सिटी, छिन्दवाड़ा एयरपोर्ट, एग्रीकल्चर कालेज, हार्टीकल्चर कालेज सहित अन्य प्रोजेक्ट शामिल थे। उनके पिता कमलनाथ जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तब लगा था कि छिन्दवाड़ा विकास के नई दिशा में कदम बढ़ा रहा है किंतु सरकार के जाते ही सभी प्रोजेक्ट पर ग्रहण है। खास बात यह भी है कि मध्यप्रदेश की 29 सीट में वे कांग्रेस के एक मात्र सांसद हैं। छिन्दवाड़ा को लेकर अब राजनीतिक हालात बदल गए हैं। ऐसे में इस चुनाव में उनके सामने नए चेलेंज है। मध्यप्रदेश मे 29 में से 29 सीट के भाजपा के विजन में उन्हें कड़ी चुनोतियाँ मिली है। उनके लिए विपरीत हालात यही है कि अब उनके पिता कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ ना तो प्रदेश के मुख्यमंत्री है ना ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और ना ही पार्टी का कोई वी आई पी पद उनके पास है। अपने पिता कमलनाथ की 45 साल की राजनीतिक विरासत के सहारे ही वे दूसरी बार भी छिन्दवाड़ा लोकसभा का मोर्चा संभालेंगे। पिछले चुनाव में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी नत्थन शाह को 37 हजार 622 मतों से हराया था।